गरीबी का अहसास कराती लंबी कतार .....?
गाडरवारा| उचित मूल्य की दुकान के न खुलने की शिकायत तो लगभग हर दूसरे कार्डधारी की है। एक कार्डधारी के अनुसार, राशन की दुकान पर लंबी कतारें हमें हमारी गरीबी का एहसास दिलाती लगती हैं। जबकि, नियमानुसार दुकान को महीने में 25 दिन खुलना चाहिए।जन वितरण प्रणाली की हकीकत में कोई बदलाव नहीं आया है, राशन की चोरी, दुकानों का नहीं खुलना आम शिकायते हैं, दुकानदार की मंशा ही होती है कि या तो इतना खराब राशन दो या इतनी दिक्कतें पैदा करो कि लोग राशन लेने न आए। लड़खड़ा रही जनवितरण प्रणाली यह तो राशन न मिलने और दुकान समय पर न खुलने की समस्या है। फर्जी कार्ड बनवाना, गलत कैशमेमो जारी करना, राशन बाजार में बेचना, शिकायत निवारण तंत्र के प्रचार-प्रसार में कमी ऐसी कई समस्याएं हैं जिससे नगर की जनवितरण प्रणाली लड़खड़ा रही है। सरकार चाहे जितने भी बड़े-बड़े दावे करें कि हम इसमें सुधार ला रहे हैं |कोई भी परेशनी नहीं आनेे देंगे |लेकिन अभी इसे हकीकत में अमलीजामा पहनाना बाकी है। सवाल यह है कि सरकार कितना भी दावे कर ले मगर नौकरशाह पूरी तरह बेलगाम हो चुके हैं| इसको देखते हुए ऐसा लगता नहीं| मध्य प्रदेश सरकार सीमांत लोगों के राशन की बोरी में दिख रहे बड़े-बड़े छेदों पर पैबंद लगा पाए | गाडरवारा क्षेत्र एवं नगर मैं बीते कुछ समय से शासकीय उचित मूल्य की दुकानों पर सेल्समेन की मनमानी के कारण राशन न बंटने की लगातार शिकायत मिल रही है। ऐसा ही एक मामला कामथ वार्ड मैं आया है| पांच वार्ड का गरीब वर्ग परेशान हो रहा है| पेट की आग बुझाने के लिए साहूकारों से ब्याज पर पैसे उठाकर महंगा राशन लेकर पेट की आग बुझानी पड़़ रही है| यह सब पीड़ा पांच वार्ड के गरीब उठा रहे हैं| नेता व्यस्त विपक्ष सुस्त अधिकारी मस्त सेल्समैन तंदुरुस्त | इतनी महंगाई में दो जून की रोटी के लिए परेशान हो रहा गरीब| आपको बता दें कि उचित मूल्य की यह दुकान से पांच वार्ड का राशन वितरित किया जाता है| कामथ वार्ड,में स्थित उचित मूल्य की दुकान, पिछली दिनांक 21, सितंबर से दुकान में ताला लगा हुआ है| उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं जिसमें कामथ, भामा, इंदिरा , भगत सिंह , माता वार्ड,| वासियों को राशन नहीं मिल रहा है| ऐसा नहीं राशन का कोटा ना हो कोटा पर्याप्त है और दुकान में रखा हुआ है उसके बाद भी सेल्समैन क्यों नहीं बाट रहा सोचनीय विषय है| उपभोक्ताओं से जब जानकारी ली गई तो उपभोक्ता द्वारा बताया गया कि यह सेल्समैन हमेशा दुकान बंद कर देता है इसके द्वारा कहा जाता है की राशन का स्टॉक नहीं है यह कहकर हम लोगों को अक्सर भगा दिया जाता है| *क्या कर रहे हैं यह पांच वार्ड के जनप्रतिनिधि क्या इनको नहीं दिख रहा गरीबों का दर्द ....? *
उपभोक्ताओं ने उच्च अधिकारियों से मांग की है कि राशन दुकान निमित्त खुले जिससे हम गरीबों को परेशानी ना हो। सेल्समैन की मनमानी पर अंकुश लगाने तथा राशन सामग्री का समय पर वितरण कराने की मांग की है।
गरीबी का अहसास कराती लंबी कतार ।