सरकार की पाबंदी के बाद रेत का अवैध उत्खनन जारी ।

गाडरवारा 


सरकार की पाबंदी के बाद रेत का अवैध उत्तखनन जारी ।


*नियमों को ताक पर रखकर रेत माफिया दे रहें सरकार के नियमो को चेतावनी, रेत माफियाओं की और से अवैध रूप से रेत का खनन जारी है। नदिया उतरते ही रेत माफिया फिर एक बार सक्रीय होते दिख रहा हैं जहाँ गाडरवारा विधानसभा मैं छुट पुट कार्यवाही को लेकर वाह वाही लूटने वाले जिम्मेदार प्रशासन ने अपनी पीठ थपथप वाही हैं वही बड़े रेत माफिया से सांठगांठ को लेकर भी सवाल खड़े होते रहे हैं ,वही अधिक वर्षा होने से नदियों मैं जल स्तर अधिक होने से अवैध उत्खनन रूका रहा लेकिन रेत माफिया की पैनी नजर सरकार के नियमों को छोड़कर नदियों पर ही टिकी रही जलस्तर जैसे ही कम हुआ माफिया भी सक्रीय हुआ और सुबह तड़के 3बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक रेत माफिया सरकार के नियमों और प्रशासनिक अधिकारियों को चैलेंज कर रेत का अवैध उत्खनन करने से बाज नही आ रहें हैं रेत माफिया खदानो के समीप रेत का स्टॉक बनाकर ना जाने किसके संरक्षण मैं रेत का अवैध उत्खनन कर रहें हैं गाडरवारा क्षेत्र हमेशा से ही चर्चा मैं बना रहा हैं लेकिन प्रशासन पर पत्रकारो के दबाब के चलते छुटपुट कार्यवाहिया तो हुई लेकिन माफियाओं के हौसले कम नही हुऐ हम गाडरवारा से जुड़ी सभी खदानो पर नजर डाले तो हर कहीं की खबर रेत से जुड़ी आती रही हैं लेकिन गाडरवारा के समीप घूरपूर खदान हमेशा चर्चा मैं बनी रहती हैं वही अब इस खदान से फिर एक बार अवैध उत्खनन जारी हो चला हैं और यह अवैध उत्खनन शासन की पाबंदी के बावजूद जारी हैं माफियाओं के होसले इतने बुलंद हैं की रेत का स्टॉक भी बना डाला जो शासन प्रशासन को चेतावनी दें रहा हैं आपको बतादें की टेंडर अभी जारी नही हुऐ हैं और अवैध उत्खनन लगातार जारी हैं चाहें आप गरधा ,बैरागढ,या शक्कर नदी खदानो को देख लें यहाँ तड़के सुबह माफियाओं की चांदी कट जाती हैं जब तक प्रशासन जागता हैं सब साफ नजर आता हैं,अब बात हम उन सफेद कुर्तो और बड़ी बड़ी बातों का झांसा देकर सत्ता मैं आऐ नेताओं की करतें हैं जो प्रमुख रूप से यह कहकर आऐं थे की गाडरवारा विधानसभा मैं गलत कार्यों पर अंकुश लगाऐंगे बंद करेंगे चाहें वह जुआ सट्टा हो या रेत का अवैध उत्खनन बड़ी बड़ी बातों से अंकुश लगाने वाले नेताओं के कुर्तों पर आरोपो के छींटे पड़ते रहें हैं ।